दिल्ली से आए हुए सोनू कुमार जी जिनकी आंखें बहुत कमजोर हो चुकी थी जिनको देखने में बहुत तकलीफ थी जो ठीक से दूर का या पास का देख भी नहीं पाते थे
वह जब पहली बार मनोना धाम आए तो उनको लगा कि यहां उनकी मनोकामना पूरी होगी और ऐसा हुआ भी पहली बार महंत जी से मिलने के बाद उनकी आंखों का असर दिखने लगा उन्होंने बताया कि उनका आंखों का ऑपरेशन हुआ था जो फेल हो गया था डॉक्टर ने कहा था कि उनकी आंखें अब ठीक नहीं हो पाएंगे लेकिन उनका विश्वास था कि वह ठीक हो जाएंगे उन्हें बाबा पर विश्वास था की जो चमत्कार सबके साथ होता है उनके साथ भी होगा तो जब वह मनोना धाम दोबारा आए और महेंद्र जी से मिले तो उनकी आंखें बिल्कुल ठीक हो गई !
जो वह पहले बिना देखे गाड़ी चला भी नहीं पाते थे आज वह बिना चश्मा लगाए देख भी पाते हैं और गाड़ी भी चला पाते हैं उनको किसी तरह की दवाई की या चश्मे की भी जरूरत नहीं है तो ऐसे चमत्कार होते हैं अगर आपकी कोई भी तकलीफ हो तो आप मनोना धाम आइए और अपनी मनोकामना पूरी करिए लेकिन उसके लिए अपने भगवान पे विश्वास होना बहुत जरूरी है की जिन भगवान के पास हम आए हैं वह भगवान हमारी सारी मनोकामना पूरी करेंगे हर के सहारे की जय हो
जय हो खाटू श्याम बाबा की जय हो मनोना धाम की आज हम आपको एक और चमत्कार सुनने से पहले कुछ बताना चाहते हैं जिससे कि आपको अपने भगवान पर अटूट विश्वास हो जाए की जो करते हैं भगवान करते हैं उनके बिना कुछ नहीं है और ना हम कुछ कर सकते हैं तो हर भक्त का अपने भगवान पर अटूट विश्वास होना जरूरी है क्योंकि जिन्होंने सृष्टि बनाई है वही हम सबको चला रहे हैं और उनसे ही चमत्कार होते हैं उनके द्वारा ही चमत्कार होते हैं किसको कब कितना देना है यह सब भी वही जानते हैं किसके लिए क्या अच्छा है यह सब भी उन्हें पता है इसलिए कुछ भी हो जाए लेकिन आपका विश्वास अपने भगवान पर अटूट होना चाहिए मनोना धाम